Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Dec 2021 · 1 min read

धर्मांतरण

धर्म और जाति का जन्म से ही थोपी एक व्यवस्था है.
इसे व्यक्ति तोड़ सकता है.
धर्मांतरण एक मौलिक अधिकार.
इसे नवजीवन/द्विज समझे.

तब ही आदमी, जानकर/जागकर विवेक, समझ और बुद्धि से निर्णय होश हवाश में कदम ले सकता.
ये काम भी संपूर्ण जागृति और हर दृष्टिकोण पर आकलन के बाद.
निर्णय ले सकता है.
और दुनिया से सवाल जवाब देने में सक्षम रहने वाला व्यक्तित्व कर सकता है.
धर्म के अनुयायी खुद कुंठित चीढ़े आदमी होते है.
वे समाज को क्या देंगे.
वो तो लेवता है.
कहाँ के देवता.

Language: Hindi
Tag: लेख
2 Likes · 1 Comment · 502 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahender Singh
View all
You may also like:
गीत प्रतियोगिता के लिए
गीत प्रतियोगिता के लिए
Manisha joshi mani
आज़ादी के दीवानों ने
आज़ादी के दीवानों ने
करन ''केसरा''
‘’The rain drop from the sky: If it is caught in hands, it i
‘’The rain drop from the sky: If it is caught in hands, it i
Vivek Mishra
हमारे दोस्त
हमारे दोस्त
Shivkumar Bilagrami
जब तात तेरा कहलाया था
जब तात तेरा कहलाया था
Akash Yadav
दस्तरखान बिछा दो यादों का जानां
दस्तरखान बिछा दो यादों का जानां
Shweta Soni
मुक्तक...
मुक्तक...
डॉ.सीमा अग्रवाल
क्रांतिवीर नारायण सिंह
क्रांतिवीर नारायण सिंह
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पर्यावरण संरक्षण
पर्यावरण संरक्षण
Pratibha Pandey
"संयम"
Dr. Kishan tandon kranti
भोर अगर है जिंदगी,
भोर अगर है जिंदगी,
sushil sarna
*अपना भारत*
*अपना भारत*
मनोज कर्ण
न चाहिए
न चाहिए
Divya Mishra
मेले
मेले
Punam Pande
हीर मात्रिक छंद
हीर मात्रिक छंद
Subhash Singhai
कजरी
कजरी
प्रीतम श्रावस्तवी
सत्य
सत्य
Dinesh Kumar Gangwar
2856.*पूर्णिका*
2856.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रमेशराज की तीन ग़ज़लें
रमेशराज की तीन ग़ज़लें
कवि रमेशराज
मेहनतकश अवाम
मेहनतकश अवाम
Shekhar Chandra Mitra
रेलयात्रा- एक यादगार सफ़र
रेलयात्रा- एक यादगार सफ़र
Mukesh Kumar Sonkar
🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️नोट : दिनांक 5 अप्रैल 2023 से चल रहे रामचरि
🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️नोट : दिनांक 5 अप्रैल 2023 से चल रहे रामचरि
Ravi Prakash
कहना है तो ऐसे कहो, कोई न बोले चुप।
कहना है तो ऐसे कहो, कोई न बोले चुप।
Yogendra Chaturwedi
#तेवरी
#तेवरी
*प्रणय प्रभात*
Don't let people who have given up on your dreams lead you a
Don't let people who have given up on your dreams lead you a
पूर्वार्थ
सरिए से बनाई मोहक कलाकृतियां……..
सरिए से बनाई मोहक कलाकृतियां……..
Nasib Sabharwal
बाल कविता: नदी
बाल कविता: नदी
Rajesh Kumar Arjun
सुनले पुकार मैया
सुनले पुकार मैया
Basant Bhagawan Roy
ये बता दे तू किधर जाएंगे।
ये बता दे तू किधर जाएंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
ऐसी प्रीत कहीं ना पाई
ऐसी प्रीत कहीं ना पाई
Harminder Kaur
Loading...