धारा 497 की समाप्ति पर समाज में प्रभाव –आर के रास्तोगी
पशु-पक्षी और मनुष्य में अब फर्क क्या रह जायेगा
जब किसी का हर किसी के साथ सम्बन्ध हो जायेगा
497 की समाप्ति पर शादी का क्या औचित्य रह जायेगा
शादी के बाद भी स्त्री पुरुष सम्भोग में स्वतंत्र हो जायेगा
रहेगे न कोई समाजिक नियम जब कानून ही बन जायेगा
कानूनी कपड़ा पहन कर,अब समाज नंगा ही हो जायेगा
फैलेगा व्याभिचार,बाँप बेटी का रिश्ता भी न टिक पायेगा
सम्भोग स्वतंत्र होगा तब कोई भी रिश्ता न टिक पायेगा
शादी की न जरूरत होगी जब 497 का विघटन हो जायेगा
सम्भोग फिर समाज में एक अच्छा कारोबार बन जायेगा
न जरूरत है शादी रजिस्टरेशन की इसका काम मिट जायेगा
शादी जो एक बंधन है वह अपने आप ही समाप्त हो जायेगा
आर के रस्तोगी