धरा को सजाओ
हे उपवन तुम पुष्प बरसाओ
आज धरा सजे अपने रंग में,
बादल तुम भी बारिश लाओ।
मंद मंद हवा चलने दो,
सुगंध तुम भी जल्दी आओ,
हे उपवन तुम पुष्प बरसाओ।।
हे उपवन तुम पुष्प बरसाओ।।।।।।
त्रुटि हेतु क्षमाप्रार्थी
Bimal Rajak
संदेश:– जैसे हमे प्रकृति की जरूरत है उसी तरह प्रकृति को भी हमारी जरूरत है।।।
((पेड़ लगाओ , जीवन बचाओ।।))