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29 Jul 2021 · 1 min read

धरा के छोर सब रोशन….

उगा प्राची दिशा सूरज, धरा के छोर सब रोशन।
कहाँ ठहरे निशा बोलो, नहीं दिखता कहीं तम कन।
बड़ी हलचल मची जग में, जगी आशा-किरन मन में,
चले आओ मिरे पाहुन, तकें हम राह हर पल छन।
– © सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद

Language: Hindi
3 Likes · 511 Views
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