धरती पर स्वर्ग
दिल से जब मिल जायेंगे दिल
होगी खुशियां चारों ओर
ये धरती ही होगी फिर स्वर्ग
होगी रोशनी ही चारों ओर।।
मिट जायेगा नामों निशान भी
फिर नफरत का दुनिया से
रहेंगे प्यार से सभी जन यहां
ज़िंदगी चलेगी बस प्यार से।।
कभी तो आयेगा वो समय भी जहान में
जब इंसान को प्यार होगा इंसान से
होगी होड़ ख़त्म सबसे आगे निकलने की
साथ चलेंगे सब मिलकर प्यार से।।
प्यार ही ताकत होगी प्यार ही होगी पूंजी
सभी होंगे खुशहाल, रहेंगे प्यार से
कोई न भूखा रहेगा न बेहाल होगा प्यास से
खुशियां मिलेगी अपनों के दीदार से।।
बहेगी ज्ञान की गंगा चारों ओर
हर घर में आनंद का वास होगा
कोई न होगा दरिद्र यहां पर फिर
हर शक्स यहां पर खास होगा।।
न चलेगी गोलियां न युद्ध का डर होगा
अमन शांति होगी चारों ओर धरा पर
खुशियों में कटेगा हर दिन रात फिर
हर भोर खुशियां लेकर आएगी धरा पर ।।
होगा बस एक ही धर्म दुनिया में
जिसका नाम इंसानियत होगा
तरस रहा है जग सारा पाने को इसे
इस दुनिया में जाने ये कब होगा।।