धरती के भगवान
”अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट बता रही है कि आपके जुड़वा बच्चे हैं, सिजेरियन केस है, आप कम से कम ₹ एक लाख का इंतजाम रखें और हां ज्यादा देर मत करना, वरना जच्चा-बच्चा तीनों खतरे से खाली नहीं हैं।”
डॉक्टर का अल्टीमेटम सुनकर महेश कुछ ही देर बाद रुपयों का इंतजाम कर लाया। क्योंकि उसे जच्चा और बच्चा तीनों ही चाहिए थे। रुपये जमा कराने के साथ ही महेश को सर्जरी का लंबा पर्चा थमा दिया गया। मेडिकल स्टोर पर सामान निकलवा ही रहा था, इतने में उसकी भाभी दौड़ी आई ”भइया! बधाई हो, बेटा हुआ है।” फिर कोई 15 मिनट बाद मालूम हुआ कि एक बेटी भी हुई है। अब बारी थी दोनों बच्चों को नर्सरी में रखने की। जमा रकम को नर्सरी चार्ज में बदल दिया गया। धरती के कथित भगवानों का असली चेहरा उसकी आंखों के सामने बार-बार उभर रहा था।