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28 Jun 2024 · 1 min read

धन, दौलत, यशगान में, समझा जिसे अमीर।

धन, दौलत, यशगान में, समझा जिसे अमीर।
हाथ पसारे वो चला, बनकर एक फ़कीर।।
सूर्यकांत

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