“धन्य पोखरण”
ग्यारह मई चौहत्तर को, गौतम बुद्धा मुस्काए थे,
इन्दिरा जी ने सबसे पहले,अणु विस्फोट कराए थे।
सन अट्ठनवे, इसी रोज़, अमरीकी तक झल्लाए थे,
तीन परीक्षण परमाणू के, जग मेँ मान बढ़ाए थे।
हुआ पोखरण धन्य, विश्व ने, भारत को, सम्मान दिया,
“अटल-कलाम” युगल ने था, निश्चित, कमाल का काम किया।
बना “एटामिक नेशन”, कुछ देशों के, दिल मेँ हूक उठी,
मिटा सकल वर्चस्व, यथा, प्रतिबन्धों की भी, झड़ी लगी।
किन्तु “अटल जी” थे तटस्थ, किँचित भी ना घबराए थे,
दूध छठी का, एक-एक को, चुनकर याद दिलाए थे।
दिया शान्ति का पाठ, युद्ध की नीति, अलग सिखलाई थी,
पहले बटन दबाएँगे ना, शपथ विश्व से खाई थी।
था दशकों का शोध, सभी को श्रेय, उचित सम्मान मिले,
मिटे घृणा, विद्वेष, तथा भारत, उन्नति के मार्ग चले।
ज्ञान और विज्ञान, सभी मेँ, भारत की बस धाक रहे,
“आशा” विश्व गुरू बनकर, हर मानव का कल्याण करे..!
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रचयिता
Dr.asha kumar rastogi
M.D.(Medicine), DTCD
Ex.Senior Consultant Physician, district hospital, Moradabad.
Presently working as Consultant Physician and Cardiologist, sri Dwarika hospital, near sbi Muhamdi, dist Lakhimpur kheri U.P. 262804 M.9415559964