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15 Jun 2024 · 1 min read

धनुष वर्ण पिरामिड

धनुष वर्ण पिरामिड

जो
जब
चाहेगा
पा जाएगा
अमृत भोग
अगर दिल में
शुचिता कायम है
जहां न पावनता
नहीं निर्मलता
वही जहर
टूटा घर
दूषित
नर
हैं।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

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