धनतेरस
धनतेरस है आ रहा ,छाया उर उल्लास,
रिद्धि सिद्धि पावेंसभी,होवे सुख का वास।
धनकुबेर अति शुभदिवस ,छाये खुशी अपार,
घर में कुछ लाओ नया,सजे खूब बाजार।
मैं तो लाती हूं सदा, मिट्टि लक्ष्मी गणेश
प्रदूषण मुक्त हो धरा, सुखद रहे परिवेश।
दिन दुना रात चौगुनी,मिलि सफलता अपार
हर दिन धनतेरस मने,सुखी रहे परिवार।
धन वैभव का न नीलम,करना कभी गुरूर,
संजय संग वागेश्वरी,,,,,,,,,बरसे लक्ष्मी नूर।
नीलम शर्मा