धनतेरस
जब धन त्रयोदशी होती
ऐश्वर्या धन सौभाग्य की होती वृद्धि,दिलों में अपार खुशियां बढ़ती,
घर में जगमगाते हीरे मोती,
मां लक्ष्मी की कृपा से धनतेरस की पूजन से धन की वर्षा होती,
जगमगाते दीपों की ज्योति
द्वार पर बनती रंगोली,
लक्ष्मी मां भय, शोक से मुक्ति दिलाती,
धन्य-धान्य निरोगी काया और लंबी आयु देती,
भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन पर लेकर कलश हुए अवतरित,
स्वास्थ्य की कामना को लेकर धन्वंतरी जी की पूजा होती,
पूजा-अर्चना यम, कुबेर, लक्ष्मी गणपति जी की,
जो यमराज महाराज निमित्त दीपदान करते वह अकाल मृत्यु नहीं होती,
धनतेरस दिवस पुन्य नक्षत्र देख सोने चांदी की वस्तु की जमकर खरीदारी होती,
दीपावली के पावन पर्व पर धनतेरस से ही उमंग और संचार की वृद्धि होती।
– सीमा गुप्ता अलवर राजस्थान