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19 Jul 2023 · 1 min read

धड़कूँगा फिर तो पत्थर में भी शायद

धड़कूँगा फिर तो पत्थर में भी शायद
हूँ ख़्याल मुझे आकार दे कोई दिल-सा
महावीर उत्तरांचली

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