धड़कन हिन्दुस्तान की………
धड़कन हिन्दुस्तान की………
इस जमीन पे दुश्मनों की
नाकाम कोशिश हो जायेगी
भाई चारे की विरासत
गोली मिटा न पायेगी
मिटने से पहले दुश्मन मिटा दे
वो खून है हिन्दुस्तान का
कोई गोली जिस्म से ये खून मिटा न पायगी
रंग हर धर्म का है घुला फिजाओं में
कोई ताकत विश्व की इसको मिटा न पायेगी
धार पे तलवार कीआदत
है जहाँ पर चलने की
रिश्तों की दीवार अब
बम से न टूट पायगी
शान्ति का संदेश देती
हैं मशालें हर हाथ में
पाँव दुश्मन के जमीं पे ये सह न पायेगी
खौलता है खून आज भी
हर बाजू में हिन्दुस्तान की
हर दिल में जिन्दा है भगत सिंह
हर दिल है धड़कन हिन्दुस्तान की
सुशील सरना