द कश्मीरी फ़ाइल
द कश्मीरी फ़ाइल
जुल्म -ओ – सितम हम पर हुआ
और पलायन को मजबूर हुए थे
जिस मिट्टी में पले – बढ़े थे
उस मिट्टी से हम दूर हुए थे
जिन्हे शांतिदूत सियासत ने कहा
वे ही तो सबसे क्रूर हुए थे
हमारी कहानी बताने को
सच्चा सत्य दिखाने को
मीडिया भी तैयार न थी
हम को फिर से बसाने को
दुनियाँ भी तैयार न थी
अपनी व्यथा साझा करने को
पुराने दर्द को आधा करने को
पुर्नस्थापित होने के खातिर
व्यवधानों की बाधा हरने को
एक नया स्टाइल लाए हैं
हे हिन्द! के सभी साथियों
हम “द कश्मीरी फ़ाइल ” लाए हैं
एक बार देखो कहानी हमारी
फिर हमारे दर्द को फील करो
एक आवाज़ उठाओ हमारे खातिर
करतल ध्वनि में तब्दील करो
के हम फिर से अपनी मिट्टी को
माथे तिलक लगा पाएँ
हम यहीं के वासिन्दे थे
ये विश्व भर को बतला पाएँ
-सिद्धार्थ गोरखपुरी