द्रोपदी का चीरहरण करने पर भी निर्वस्त्र नहीं हुई, परंतु पूरे
द्रोपदी का चीरहरण करने पर भी निर्वस्त्र नहीं हुई, परंतु पूरे परिधान में भी पूरा भरतवंश नंगा हो गया। वस्त्र तो आवरण है, असली परिधान तो चरित्र है, जो आप को कभी भी नंगा नहीं होने देगा।
द्रोपदी का चीरहरण करने पर भी निर्वस्त्र नहीं हुई, परंतु पूरे परिधान में भी पूरा भरतवंश नंगा हो गया। वस्त्र तो आवरण है, असली परिधान तो चरित्र है, जो आप को कभी भी नंगा नहीं होने देगा।