ग़ज़ल - वो पल्लू गिराकर चले थे कभी,
*जिसका सुंदर स्वास्थ्य जगत में, केवल वह धनवान है (हिंदी गजल)
जब जब तुम कहते हो "ये कठिन समय है ?"
प्राण प्रतीस्था..........
बड़ा ही सुकूँ देगा तुम्हें
गीत- तेरा जो साथ मिल जाए...
कैसा होगा मेरा भविष्य मत पूछो यह मुझसे
ଡାକ ଆଉ ଶୁଭୁ ନାହିଁ ହିଆ ଓ ଜଟିଆ
Is it actually necessary to poke fingers in my eyes,
कुछ भी तो पहले जैसा नही रहा
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
#राम अभी लौटे नहीं
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
रिश्तों में आपसी मजबूती बनाए रखने के लिए भावना पर ध्यान रहना