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27 Apr 2024 · 1 min read

दो शे’र – चार मिसरे

इश्क़ से रोशन मिरी दुनिया है ।
मुझे तीरगी से डर नहीं लगता ।।

वो जबसे गए हैं रूठकर मुझसे ।
अपना घर भी घर नहीं लगता ।।

©डॉ. वासिफ़ काज़ी , इंदौर
©काज़ी की क़लम

Language: Hindi
Tag: शेर
94 Views
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