दो व्यक्ति जो वार्तालाप करते है वह है कि क्या ,वह मात्र शब्द
दो व्यक्ति जो वार्तालाप करते है वह है कि क्या ,वह मात्र शब्दों का क्रियात्मक खेल है।आप बोलते हैं सामने वाला सुनताहै ।यह ध्वनि हैं जो ऊर्जा के माध्यम से आप हम तक पहुंच रही हैं।
मुझे न्यूटन से बहुत असहमति है क्यों कि उन्होंने कहा कि क्रिया की प्रतिक्रिया होती हे, कुछ नहीं होती न क्रिया और न प्रतिक्रिया । आप के लाभ हानि के अनुसार आप का मत बदल जाता है।सुबह की गुनगुनी धूप में शब्द स्वयं ही अपना अर्थ बदल लेते है तो कोई क्या करे …..to be countinue