दो बैलों की कहानी
बहुत साल पहले की बात हैं एक घर में दो बैल रहते थे जिसमे एक हीरा (लाल) रंग और मोती(सफेद) था प्रारंभ में दोनो साथ में चारा खाने जाते मालिक की बात भी मानते लेकिन कुछ समय बाद मोती थोड़ा आलसी हो गया और काम में गलती करने लगा और मालिक की बात भी नी मानता था और घर से भाग कर किसी भी का फसल को नुकसान करना उसे खा देना जिससे गांव वाले उसके मालिक को बुरा भला सुनाते थे। एक दिन इस सब से तंग आकर उसके मालिक ने दोनो बैलों को बेचने का निर्णय किया और बैलों को एक आदमी को बेच दिया उसके बैलों को बेच देने के बाद भी हीरा कुछ महीनो बाद अपने नए मालिक के यहां से भागकर पुराने मालिक के पास आ जाता था तो उसका पुराना मालिक हीरा को पानी पिलाकर और चारा खिलाकर वापस भेज देता था उसके नए मालिक के पास इसी तरह हीरा कई बार आ जाता था और उसका मालिक उसे खिलाकर वापस भेज देता था 1-2साल बाद हीरा ने आना बंद कर दिया