दो टूक लिख
तू सच लिख
और हक़ लिख
कबीर-सा
दो टूक लिख…
(१)
सभ्यता के
चादर में
रखा गया
जो ढंक लिख…
(२)
अब वर्जित
हरेक फल
अच्छी तरह
से चख लिख…
(३)
देश और
समाज के
हालात को
परख लिख…
(४)
हाकिमों के
सामने
आम जनता का
पक्ष लिख…
(५)
ख़तरे आख़िर
कहां नहीं
ख़्वाह-मख़ाह
न बच लिख…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
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