दो जीवन
दो जीवन
दर असल हम दो जीवन जीते है एक मे हम रोते रोते सोचते है की हमारा मिलन फिर होगा और हम बहुत खुश रहेंगे लेकिन दूसरे मे हम रोते रोते चुप हो जाते है सहसा यह जान कर की अब हमारा मिलन दुबारा नही होगा
दो जीवन
दर असल हम दो जीवन जीते है एक मे हम रोते रोते सोचते है की हमारा मिलन फिर होगा और हम बहुत खुश रहेंगे लेकिन दूसरे मे हम रोते रोते चुप हो जाते है सहसा यह जान कर की अब हमारा मिलन दुबारा नही होगा