दो चौपाई इश्क ओ प्रीत
दो चौपाई
ले कर के, प्रीत भाव आजा l
प्रियतमा प्रीत पड़ाव आजा ll
आ खेले प्रीत दाव, आजा l
कर गीतों के जमाव, आजा ll
बजे इश्क का बाजा बाजा l
मिलने मिलने आजा आजा ll
भाव भाव ना लज्जा लज्जा l
इश्क सहज है ताजा ताजा ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न