दो घड़ी सबकी कहानी (भक्ति-गीत)
दो घड़ी सबकी कहानी (भक्ति-गीत)
########################
कौन ठहरा है हमेशा , दो घड़ी सबकी कहानी
(1)
एक होटल की तरह कमरा मिला रहते रहे
कुछ सुनी सब की भी, अपनी बात कुछ कहते रहे
बीतता यों ही रहा , बचपन बुढ़ापा नौजवानी
कौन ठहरा है हमेशा दो घड़ी सब की कहानी
(2)
अर्थ क्या हमने असीमित धन अगर पाया कहीं
अर्थ क्या यदि खो दिया, या हाथ कुछ आया नहीं
चल दिया आकर मुसाफिर ,दो दिनों की मेहमानी
कौन ठहरा है हमेशा , दो घड़ी सबकी कहानी
#######################
रचयिता: रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा ,रामपुर(उ.प्र.)9997615451