Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jan 2018 · 1 min read

एक चतुर नार

?????
एक नार निकली चतुर, करके सब श्रृंगार।
धीरे-धीरे से धुसी, मेरे मन के द्वार।। 1

उस नारी का दास मैं, जिससे लागे नैन।
भटक रहा हूँ राह में, मिल जाये तो चैन।। 2

का-का कर कितना करे, कारे कागा शोर।
उस नारी के संग ही, लागे नैना मोर।। 3

इंदु, चकोरी, चाँदनी , उस नारी का नाम।
दुनिया नाचे ताल पे, ता ता थइया राम।। 4

ये चतुर होशियार है, समझ न इसको गाय।
चक्कर छोड़ेगा नहीं, मर जायेगा हाय।। 5

चतुराई दुनिया करे, लाख बिछाये जाल।
छुट्टी सबकी वो करे, सीधी कर दे चाल।। 6

बड़ी निगोड़ी चाँदनी, कितना मुझे जलाय।
छिटके तो चुपचाप से, चित मोरा बिसराय।। 7

????—लक्ष्मी सिंह?☺

2 Likes · 1 Comment · 857 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all

You may also like these posts

त्रेतायुग-
त्रेतायुग-
Dr.Rashmi Mishra
तुम्हारे सॅंग गुजर जाते तो ये अच्छा हुआ होता।
तुम्हारे सॅंग गुजर जाते तो ये अच्छा हुआ होता।
सत्य कुमार प्रेमी
due to some reason or  excuses we keep busy in our life but
due to some reason or excuses we keep busy in our life but
पूर्वार्थ
विचार पसंद आए _ पढ़ लिया कीजिए ।
विचार पसंद आए _ पढ़ लिया कीजिए ।
Rajesh vyas
तुम्हारी हाँ है या ना ?
तुम्हारी हाँ है या ना ?
Dr. Rajeev Jain
जागो, जगाओ नहीं
जागो, जगाओ नहीं
Sanjay ' शून्य'
దీపావళి కాంతులు..
దీపావళి కాంతులు..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
यही तो जीवन है
यही तो जीवन है
OM PRAKASH MEENA
" कृष्णा का आवाहन "
DrLakshman Jha Parimal
माहिया - डी के निवातिया
माहिया - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
रे मन
रे मन
Usha Gupta
खो दोगे
खो दोगे
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
"कलियुगी-इंसान!"
Prabhudayal Raniwal
वोट कर!
वोट कर!
Neelam Sharma
कुछ किताबें और
कुछ किताबें और
Shweta Soni
3875.💐 *पूर्णिका* 💐
3875.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
11 धूप की तितलियां ....
11 धूप की तितलियां ....
Kshma Urmila
सत्य की कहानी
सत्य की कहानी
Ruchi Sharma
आइए जलते हैं
आइए जलते हैं
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
गीतिका
गीतिका
surenderpal vaidya
चिर मिलन
चिर मिलन
Deepesh Dwivedi
क्षणिका
क्षणिका
Vibha Jain
हमने उसको देखा, नजरों ने कुछ और देखा,,
हमने उसको देखा, नजरों ने कुछ और देखा,,
SPK Sachin Lodhi
सलवटें
सलवटें
Shally Vij
- भाई -भाभी के हो गए मां -बाप परिवार को खो गए -
- भाई -भाभी के हो गए मां -बाप परिवार को खो गए -
bharat gehlot
All good
All good
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*राम हिंद की गौरव गरिमा, चिर वैभव के गान हैं (हिंदी गजल)*
*राम हिंद की गौरव गरिमा, चिर वैभव के गान हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
आपो दीपो भवः
आपो दीपो भवः
Karuna Bhalla
*हीरा बन चमकते रहे*
*हीरा बन चमकते रहे*
Krishna Manshi
ख़ूबसूरती का असली सौंदर्य व्यक्ति की आत्मा के साथ होता है, न
ख़ूबसूरती का असली सौंदर्य व्यक्ति की आत्मा के साथ होता है, न
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Loading...