Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 May 2024 · 1 min read

ग़ज़ल (चलो आ गयी हूँ मैं तुम को मनाने)

गज़ल

चलो आ गयी हूँ मैं तुम को मनाने
मगर शर्त ये है कि दुनिया न जाने

मेरा दिल हुआ है , तुम्हारे हवाले
तिरे बिन कभी मुस्कुराना न जाने

कहाँ जान पाये वो बातें दिलों की
ग़मे हिज्र में गुनगुनाना न जाने

मुहब्बत कभी की उसी ने थी’ मुझसे
कहाँ खो गया वो दिवाना न जाने

लगे दाग़ सा नाम पर आशिकों के
जो रूठे हुए को मनाना न जाने

डॉक्टर रागिनी
शर्मा
इंदौर

Tag: Poem
2 Likes · 123 Views

You may also like these posts

"सभी के सभी शातिर इंसान हैं ll
पूर्वार्थ
मात्र नाम नहीं तुम
मात्र नाम नहीं तुम
Mamta Rani
ग़़ज़ल
ग़़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गाॅंधीजी के सत्य, अहिंसा के मार्ग पर चलना चाहिए,
गाॅंधीजी के सत्य, अहिंसा के मार्ग पर चलना चाहिए,
Ajit Kumar "Karn"
रात रेत की तरह फिसलती हुई, सुबह की ओर बढ़ने लगी।
रात रेत की तरह फिसलती हुई, सुबह की ओर बढ़ने लगी।
Manisha Manjari
Activities for Environmental Protection
Activities for Environmental Protection
अमित कुमार
एक
एक
*प्रणय*
* हनुमंत का दरबार**
* हनुमंत का दरबार**
Dr. P.C. Bisen
कर्ण का शौर्य
कर्ण का शौर्य
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
मुझे अपने हाथों अपना मुकद्दर बनाना है
मुझे अपने हाथों अपना मुकद्दर बनाना है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
नैतिकता की हो गई,हदें और भी दूर
नैतिकता की हो गई,हदें और भी दूर
RAMESH SHARMA
🥀प्रेम 🥀
🥀प्रेम 🥀
Swara Kumari arya
4618.*पूर्णिका*
4618.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जय माँ कालरात्रि 🙏
जय माँ कालरात्रि 🙏
डॉ.सीमा अग्रवाल
ରାତ୍ରିର ବିଳାପ
ରାତ୍ରିର ବିଳାପ
Bidyadhar Mantry
कुछ शब्द कुछ भाव कविता
कुछ शब्द कुछ भाव कविता
OM PRAKASH MEENA
।। श्री सत्यनारायण कथा द्वितीय अध्याय।।
।। श्री सत्यनारायण कथा द्वितीय अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कब बोला था
कब बोला था
Dr MusafiR BaithA
कमजोर न होती स्त्रियां
कमजोर न होती स्त्रियां
Radha Bablu mishra
कोशिश
कोशिश
Chitra Bisht
-दीवाली मनाएंगे
-दीवाली मनाएंगे
Seema gupta,Alwar
अंत बुराई का होता है
अंत बुराई का होता है
Sonam Puneet Dubey
अगर आप अपनी आवश्यकताओं को सीमित कर देते हैं,तो आप सम्पन्न है
अगर आप अपनी आवश्यकताओं को सीमित कर देते हैं,तो आप सम्पन्न है
Paras Nath Jha
शातिर हवा के ठिकाने बहुत!
शातिर हवा के ठिकाने बहुत!
Bodhisatva kastooriya
तंद्रा तोड़ दो
तंद्रा तोड़ दो
Mahender Singh
दीदी का कर्ज़
दीदी का कर्ज़
Jyoti Roshni
#Kab tak
#Kab tak
"एकांत "उमेश*
बेटियाँ जब भी अपने मायका आती है
बेटियाँ जब भी अपने मायका आती है
लक्ष्मी सिंह
दोहे
दोहे
seema sharma
Loading...