दोहे “हरियाली तीज”
“हरियाली तीज”
सावन के संग आ गई,बादल तेरी याद।
जम कर बरसों आज तुम,बढ़े तीज का स्वाद।।।
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यादें झूला झूलतीं,पकड़ प्रेम की डोर।
हरियाली की तीज पर,भीतर भारी शोर।।
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झूला झूलूं बाग में,झोटा दो तुम श्याम।
नाचो कूदो साथ में,छोड़ो सारे काम।।
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धानी चूनर घागरा,चोली पहनी आज।
देख मेघ बौरा गए,धरती को ऋतुराज।।
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हाथों में महंदी लगा,कर सोलह श्रृंगार।
शिवपूजन को गोरियां,पहुंचीं शिव के द्वार।।
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डाल-डाल झूले पड़े,सखियां गाएं गीत।
तीजों का त्यौहार है,आ जाओ मन मीत।।
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पायल झुमके चूड़ियां,ओढ़ चुनर तैयार।
नाचे गाएं बेटियां,हरियाली त्यौहार।।
वैशाली रस्तौगी
जकार्ता इंडोनेशिया