दोहे — “”””शिक्षक सम्मान”””
(१)शिक्षक देते ज्ञान है, करो उनका सम्मान।
बात जिसने ध्यान घरी ,बन गया विद्वान।।
(२) जैसे-जैसे वे कहे, मन में बांध लो गांठ।
भविष्य सुखद बन जाएगा, खूब करोगे ठाठ।।
(३) दूर ना भागो ज्ञान से, ले लो विद्यादान।
शीश झुका नमन करो, शिक्षक होते महान।।
(४)युग चाहे बदल गया, बदलो न तुम रंग।
गुरु जहां तुमको मिले, करलो उनका संग।।
(५)शिक्षक रहते साथ है,कभी न छोड़े साथ।
नमन अनुनय तो करे,झुका के अपना माथ।।
समस्त गुरुओं को नमन
राजेश व्यास अनुनय