Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jan 2024 · 1 min read

दोहे : राघव

राघव मनहर रूप है, प्यारे हैं सरकार ।
सोहे टीका भाल पर , उर सजते हैं हार ।।

पीत वसन में भा रहे , कौशल्या के लाल ।
मंद मंद मुस्का रहे , मोह रहे हैं गाल ।।

अवध नगरिया धन्य है , पाकर अपने राम ।
घर घर बजे बधाइयाँ, अब सुबह और शाम ।।

बालक राघव लाडले , विराजे अवध धाम ।
प्रजा- भूप सब संग में , जपते उनका नाम ।।

दशरथ नंदन साँवरे , बड़ा सलोना रूप ।
मोहित सब नर नारि हैं, मंत्र मुग्ध हैं भूप ।।

डाॅ रीता सिंह
चन्दौसी सम्भल

Language: Hindi
200 Views
Books from Rita Singh
View all

You may also like these posts

ज्यादातर युवक और युवतियों का अपने लक्ष्य से भटकने का कारण शा
ज्यादातर युवक और युवतियों का अपने लक्ष्य से भटकने का कारण शा
Rj Anand Prajapati
जिस चीज में दिल ना लगे,
जिस चीज में दिल ना लगे,
Sunil Maheshwari
बचपन
बचपन
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
वो नींदों में आकर मेरे ख्वाब सजाते क्यों हैं।
वो नींदों में आकर मेरे ख्वाब सजाते क्यों हैं।
Phool gufran
फिल्मी गानों से छंद
फिल्मी गानों से छंद
आचार्य ओम नीरव
पास के लोगों की अहमियत का पता नहीं चलता
पास के लोगों की अहमियत का पता नहीं चलता
Ajit Kumar "Karn"
तिनको से बना घर
तिनको से बना घर
Uttirna Dhar
मैं हूँ कौन ? मुझे बता दो🙏
मैं हूँ कौन ? मुझे बता दो🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कसौटी पर खरा उतरा नहीं है
कसौटी पर खरा उतरा नहीं है
अरशद रसूल बदायूंनी
"अगर"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
एक मेरे सिवा तुम सबका ज़िक्र करती हो,मुझे
एक मेरे सिवा तुम सबका ज़िक्र करती हो,मुझे
Keshav kishor Kumar
उसकी आंखों में मैंने मोहब्बत देखी है,
उसकी आंखों में मैंने मोहब्बत देखी है,
Jyoti Roshni
आह्वान
आह्वान
Shyam Sundar Subramanian
प्रेम
प्रेम
हिमांशु Kulshrestha
वो इश्क़ कहलाता है !
वो इश्क़ कहलाता है !
Akash Yadav
सारंग-कुंडलियाँ की समीक्षा
सारंग-कुंडलियाँ की समीक्षा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बाळक थ्हारौ बायणी, न जाणूं कोइ रीत।
बाळक थ्हारौ बायणी, न जाणूं कोइ रीत।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
बस यूँ ही...
बस यूँ ही...
Neelam Sharma
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ५)
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ५)
Kanchan Khanna
मोहब्बत अनकहे शब्दों की भाषा है
मोहब्बत अनकहे शब्दों की भाषा है
Ritu Asooja
*** पुद्दुचेरी की सागर लहरें...! ***
*** पुद्दुचेरी की सागर लहरें...! ***
VEDANTA PATEL
चूहों की चौकड़ी
चूहों की चौकड़ी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
23/95.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/95.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नई पीढ़ी पूछेगी, पापा ये धोती क्या होती है…
नई पीढ़ी पूछेगी, पापा ये धोती क्या होती है…
Anand Kumar
दोहा दशम . . . क्रोध
दोहा दशम . . . क्रोध
sushil sarna
कविता
कविता
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
करवा चौथ
करवा चौथ
Neeraj Agarwal
🥀 *✍अज्ञानी की*🥀
🥀 *✍अज्ञानी की*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
छिप-छिप अश्रु बहाने वालों, मोती व्यर्थ बहाने वालों
छिप-छिप अश्रु बहाने वालों, मोती व्यर्थ बहाने वालों
पूर्वार्थ
Loading...