Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Mar 2020 · 1 min read

दोहे नीति के

सबसे मिलिए प्रेम से,लब पर ले मुस्क़ान।
सच्चे मानव की यही,होती है पहचान।।

शूल लगे जब पाँव में,लेना स्वयं निकाल।
और निकालेंगे अगर,सौदा हो तत्काल।।

सेवा करना सीखिए,हो आदर सत्कार।
मन सबका ये जीत ले,प्रेम भरा व्यवहार।।

धोखा देना पाप है,समझो इसको आप।
जीवन के किस मोड़ पर,लग जाएगा श्राप।।

जाने पर माने नहीं,अद्भुत लिए विचार।
ठोकर खाकर मानता,होता जब लाचार।।

प्रेम सदा पुलकित करे,करे पुष्प बौछार।
जीवन तो अभिराम है,खुले अगर मन द्वार।।

कौन यहाँ है श्रेष्ठ जन,कौन करे उपकार।
सबका मालिक एक है,कर्मों का आधार।।

–आर.एस.प्रीतम

Language: Hindi
2 Likes · 204 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
फिर से
फिर से
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
मैंने एक चांद को देखा
मैंने एक चांद को देखा
नेताम आर सी
प्यार करें भी तो किससे, हर जज़्बात में खलइश है।
प्यार करें भी तो किससे, हर जज़्बात में खलइश है।
manjula chauhan
जागृति
जागृति
Shyam Sundar Subramanian
विजया दशमी की हार्दिक बधाई शुभकामनाएं 🎉🙏
विजया दशमी की हार्दिक बधाई शुभकामनाएं 🎉🙏
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दर्द -ऐ सर हुआ सब कुछ भुलाकर आये है ।
दर्द -ऐ सर हुआ सब कुछ भुलाकर आये है ।
Phool gufran
आज के समय में शादियां सिर्फ एक दिखावा बन गई हैं। लोग शादी को
आज के समय में शादियां सिर्फ एक दिखावा बन गई हैं। लोग शादी को
पूर्वार्थ
आपका समाज जितना ज्यादा होगा!
आपका समाज जितना ज्यादा होगा!
Suraj kushwaha
नाम कमाले ये जिनगी म, संग नई जावय धन दौलत बेटी बेटा नारी।
नाम कमाले ये जिनगी म, संग नई जावय धन दौलत बेटी बेटा नारी।
Ranjeet kumar patre
■ कौन बताएगा...?
■ कौन बताएगा...?
*Author प्रणय प्रभात*
"घोषणा"
Dr. Kishan tandon kranti
हम तुम्हारे साथ हैं
हम तुम्हारे साथ हैं
विक्रम कुमार
।। अछूत ।।
।। अछूत ।।
साहित्य गौरव
सजदे में सर झुका तो
सजदे में सर झुका तो
shabina. Naaz
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
I know people around me a very much jealous to me but I am h
I know people around me a very much jealous to me but I am h
Ankita Patel
इंकलाब की मशाल
इंकलाब की मशाल
Shekhar Chandra Mitra
*शरीर : आठ दोहे*
*शरीर : आठ दोहे*
Ravi Prakash
पीड़ा थकान से ज्यादा अपमान दिया करता है ।
पीड़ा थकान से ज्यादा अपमान दिया करता है ।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
!! ईश्वर का धन्यवाद करो !!
!! ईश्वर का धन्यवाद करो !!
Akash Yadav
कभी-कभी ऐसा लगता है
कभी-कभी ऐसा लगता है
Suryakant Dwivedi
आस्था और चुनौती
आस्था और चुनौती
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
उम्र आते ही ....
उम्र आते ही ....
sushil sarna
मैं फकीर ही सही हूं
मैं फकीर ही सही हूं
Umender kumar
विदंबना
विदंबना
Bodhisatva kastooriya
घनाक्षरी गीत...
घनाक्षरी गीत...
डॉ.सीमा अग्रवाल
कभी कम न हो
कभी कम न हो
Dr fauzia Naseem shad
मेल
मेल
Lalit Singh thakur
सूझ बूझ
सूझ बूझ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
23/95.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/95.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...