दोहे-दीप जलाये
दोहे-दीप जलाये
1
ज्ञान बढ़ाते जो सदा,
वे आगे बढ़ जात।
सदा सीखते है नया,
दीप से जगमगात।।
***
2
तुलसी पास दिया रखो,
जो संध्या को आप।
पाप कटे दुख दूर हो,
मिट जाये संताप।।
****
© राजीव नामदेव “राना लिधौरी” टीकमगढ़
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com
Blog-rajeevranalidhori.blogspot.com
???☘️?????☘️??