#दोहे-‘करवा चौथ पर विशेष’
करवा चौथ बधाइयाँ,सबको आज अपार।
चाँद-चाँदनी नूर से,शोभित हो घर द्वार।।
रूप तुम्हारा चाँद सम,जन्म-जन्म का संग।
प्रीतम प्रिय पति आप से,नूर खिला हर अंग।।
नेक दुवा में आज पति,पवित्र प्रेम प्रकाश।
दुल्हन धरती माँगती,चाँद खिला आकाश।।
चाहत करवा चौथ में,बढ़ती दिखे अपार।
चाँद-चाँदनी सम खिले,पति पत्नी का प्यार।।
मात्र नहीं व्रत प्रेम है,पत्नी का अनमोल।
श्रद्धा आस्था से जुड़ी,उर से करती कौल।।
मन तो सबके पास है,नहीं मनोबल नूर।
जिसके मन में बल भरा,रहे ख़ुशी में चूर।।
#आर.एस.”प्रीतम”
#सर्वाधिकार सृजन(CR)