दोहा
समसामयिक दोहे:
प्लाटिंग मौरंग उत्खनन, सभी गया जो छूट.
आय बंद सो हो रहे, मर्डर रेप व लूट..
गुंडे कातिल माफिया, अतिशय सक्रिय आज.
एकमात्र एनकाउन्टर, इनका उचित इलाज..
आत्मप्रशंसा में फँसा, यदि होगा कंगाल।
अहंकार को त्यागकर, मन हो मालामाल।।
–इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव ‘अम्बर’