Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2021 · 1 min read

दोहा

बेटी को अब जेवर ना दो, धरने को संदूको में,
कारतुस देना अब उसको,भरने को बंदुको में ।।

Language: Hindi
1 Like · 320 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आकाश से आगे
आकाश से आगे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
💐प्रेम कौतुक-443💐
💐प्रेम कौतुक-443💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पापा की गुड़िया
पापा की गुड़िया
Dr Parveen Thakur
यात्रा ब्लॉग
यात्रा ब्लॉग
Mukesh Kumar Rishi Verma
वो कहती हैं ग़ैर हों तुम अब! हम तुमसे प्यार नहीं करते
वो कहती हैं ग़ैर हों तुम अब! हम तुमसे प्यार नहीं करते
The_dk_poetry
चलो
चलो
हिमांशु Kulshrestha
छेड़ कोई तान कोई सुर सजाले
छेड़ कोई तान कोई सुर सजाले
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
कल आंखों मे आशाओं का पानी लेकर सभी घर को लौटे है,
कल आंखों मे आशाओं का पानी लेकर सभी घर को लौटे है,
manjula chauhan
राम लला
राम लला
Satyaveer vaishnav
मेरे अंशुल तुझ बिन.....
मेरे अंशुल तुझ बिन.....
Santosh Soni
भारत
भारत
Bodhisatva kastooriya
"विक्रम" उतरा चाँद पर
Satish Srijan
पागलपन
पागलपन
भरत कुमार सोलंकी
"मोहे रंग दे"
Ekta chitrangini
-- तभी तक याद करते हैं --
-- तभी तक याद करते हैं --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
जीवन में भी
जीवन में भी
Dr fauzia Naseem shad
9) “जीवन एक सफ़र”
9) “जीवन एक सफ़र”
Sapna Arora
23/47.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/47.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*मेरा विश्वास*
*मेरा विश्वास*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*दादी ने गोदी में पाली (बाल कविता)*
*दादी ने गोदी में पाली (बाल कविता)*
Ravi Prakash
दुखों का भार
दुखों का भार
Pt. Brajesh Kumar Nayak
भ्रम का जाल
भ्रम का जाल
नन्दलाल सुथार "राही"
सोशल मीडिया, हिंदी साहित्य और हाशिया विमर्श / MUSAFIR BAITHA
सोशल मीडिया, हिंदी साहित्य और हाशिया विमर्श / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
मिला है जब से साथ तुम्हारा
मिला है जब से साथ तुम्हारा
Ram Krishan Rastogi
अपना बिहार
अपना बिहार
AMRESH KUMAR VERMA
....????
....????
शेखर सिंह
■ हाल-बेहाल...
■ हाल-बेहाल...
*Author प्रणय प्रभात*
ନବଧା ଭକ୍ତି
ନବଧା ଭକ୍ତି
Bidyadhar Mantry
"दुनिया को पहचानो"
Dr. Kishan tandon kranti
हे प्रभु मेरी विनती सुन लो , प्रभु दर्शन की आस जगा दो
हे प्रभु मेरी विनती सुन लो , प्रभु दर्शन की आस जगा दो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...