दोहा
व्यक्त करे निज काव्य में,कवि अद्भुत प्रस्ताव ।
जैसी जिसकी सोच है,वैसा उसका भाव।।1।।
—
रामचरितमानस मिला,जग को अद्भुत ग्रंथ ।
जिसमें जीवन सार है,और सीख सद्पंथ।।2।।
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
व्यक्त करे निज काव्य में,कवि अद्भुत प्रस्ताव ।
जैसी जिसकी सोच है,वैसा उसका भाव।।1।।
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रामचरितमानस मिला,जग को अद्भुत ग्रंथ ।
जिसमें जीवन सार है,और सीख सद्पंथ।।2।।
डाॅ. बिपिन पाण्डेय