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दुष्यन्त बाबा
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20 Jul 2023 · 1 min read
दोहा-
दोहा-
बिन स्वारथ माता-पिता, स्वारथ का संसार।
एक बार गलती हुई, भूले नेकाचार।।
©दुष्यन्त ‘बाबा’
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