प्रदर्शनकारी पराए हों तो लाठियों की। सर्दी में गर्मी का अहसा
"" *हे अनंत रूप श्रीकृष्ण* ""
" न जाने क्या है जीवन में "
चांद भी आज ख़ूब इतराया होगा यूं ख़ुद पर,
मंदिर का न्योता ठुकराकर हे भाई तुमने पाप किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
कोई विरला ही बुद्ध बनता है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
हमें पता है कि तुम बुलाओगे नहीं
जिंदगी रूठ गयी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
गूंजा बसंतीराग है
Anamika Tiwari 'annpurna '
शायद मेरी सदा उसके दिल में उतर
*राजा रानी हुए कहानी (बाल कविता)*
मै उन्हें क्यूं ना चाहूँ, जिन्होंने मुझे ऊँगली पकड़ कर चलना
हर स्टूडेंट की दर्द भरी कहानी गुप्तरत्न की जुबानी har student ki dard bhari kahani guptratn ki zubani
जाने वो कौन सी रोटी है
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }