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12 Feb 2024 · 1 min read

दोहा-सुराज

हिंदी दोहा दिवस – विषय – सुराज

#राना सबकी कल्पना , आशा करते लोग |
देखूँ हिन्दुस्तान में , हो सुराज का योग ||

गाँधी का सपना रहा , आजादी के बाद |
हो सुराज इस देश में , #राना करता याद ||

रामराज की बात में , है सुराज बुनियाद |
#राना भी यह चाहते , गूँजे इसका नाद ||

#राना वादे बाँटकर , आता नहीं सुराज |
हमें देश में चाहिए , सही नियत के काज ||

क्रमशा: बढ़े विकास तब , #राना नहीं सुराज |
अमन चैन सद्भाव ही , है सुराज का ताज ||

पत्नी कहती आ रहा, घर में आज सुराज |
#राना चुप्पी साधना , पूरे दिन तुम आज ||
*** 🙆‍♂️😇***
दोहाकार ✍️ राजीव नामदेव “राना लिधौरी”
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com

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