दोहा-सुराज
हिंदी दोहा दिवस – विषय – सुराज
#राना सबकी कल्पना , आशा करते लोग |
देखूँ हिन्दुस्तान में , हो सुराज का योग ||
गाँधी का सपना रहा , आजादी के बाद |
हो सुराज इस देश में , #राना करता याद ||
रामराज की बात में , है सुराज बुनियाद |
#राना भी यह चाहते , गूँजे इसका नाद ||
#राना वादे बाँटकर , आता नहीं सुराज |
हमें देश में चाहिए , सही नियत के काज ||
क्रमशा: बढ़े विकास तब , #राना नहीं सुराज |
अमन चैन सद्भाव ही , है सुराज का ताज ||
पत्नी कहती आ रहा, घर में आज सुराज |
#राना चुप्पी साधना , पूरे दिन तुम आज ||
*** 🙆♂️😇***
दोहाकार ✍️ राजीव नामदेव “राना लिधौरी”
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com