दोहा-विद्यालय
हिंदी दोहे – विषय विद्यालय
विद्यालय में लीजिए , ‘राना’ आकर ज्ञान |
वर्तमान- इतिहास का , जानो अभियुत्थान ||
गणित पढ़ो विज्ञान भी , विद्यालय परिवेश |
किसी तरह भी कीजिए, ‘राना” उज्ज्वल देश ||
विद्यालय जो मानता ‘राना’ एक किताब |
जीवन के संग्राम में , रखता सही हिसाब ||
विद्यालय में सरस्वती , करतीं सदा निवास |
अक्षर-अक्षर ज्ञान से , ‘राना’ मिले उजास ||
विद्यालय जो मानता , विद्या का है रूप |
‘राना’ उसके पास है, सदा ज्ञान की धूप ||
‘राना’ से पत्नी कहे , मैं विद्यालय विम्ब |
मेरा लेकर ज्ञान तुम , चढ़ना कोई खम्ब ||
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✍️ -राजीव नामदेव “राना लिधौरी”
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
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