Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Jp yathesht
2 Followers
Follow
Report this post
17 Mar 2024 · 1 min read
दोहा
दोहा लिखना जानिए , कितना है आसान
रखिए दो पंक्तियों में , मात्राओं का ध्यान
Like
Share
78 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
पता ना था के दीवान पे दर्ज़ - जज़बातों के नाम भी होते हैं
Atul "Krishn"
स्त्री
Dinesh Kumar Gangwar
कुछ लोगो ने मुझको पढ्ना बन्द कर दिया।
Ashwini sharma
विषय: शब्द विद्या:- स्वछंद कविता
Neelam Sharma
चोंच से सहला रहे हैं जो परों को
Shivkumar Bilagrami
दाम रिश्तों के
Dr fauzia Naseem shad
*भोजन की स्वच्छ रसोई हो, भोजन शुचि हाथों से आए (राधेश्यामी छ
Ravi Prakash
उम्र न जाने किन गलियों से गुजरी कुछ ख़्वाब मुकम्मल हुए कुछ उन
पूर्वार्थ
जिस पर हँसी के फूल,कभी बिछ जाते थे
Shweta Soni
आसमाँ मेें तारे, कितने हैं प्यारे
The_dk_poetry
"समय का महत्व"
Yogendra Chaturwedi
"तकलीफों के साये"
Dr. Kishan tandon kranti
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
नारी..... एक खोज
Neeraj Agarwal
पिता' शब्द है जीवन दर्शन,माँ जीवन का सार,
Rituraj shivem verma
तू क्या जाने कितना प्यार करते हैं तुझसे...
Ajit Kumar "Karn"
सुन्दर सलोनी
जय लगन कुमार हैप्पी
ऋतुराज
Santosh kumar Miri
हमे निज राह पे नित भोर ही चलना होगा।
Anamika Tiwari 'annpurna '
"होली है आई रे"
Rahul Singh
*शिवरात्रि*
Dr. Priya Gupta
G M
*प्रणय*
3659.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अपनी मसरूफियत का करके बहाना ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
संस्कारों का चोला जबरजस्ती पहना नहीं जा सकता है यह
Sonam Puneet Dubey
जय हो माई।
Rj Anand Prajapati
सृष्टि के कर्ता
AJAY AMITABH SUMAN
महामानव पंडित दीनदयाल उपाध्याय
Indu Singh
किसान मजदूर होते जा रहे हैं।
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
****हमारे मोदी****
Kavita Chouhan
Loading...