दोहा-मुक्तक
दोहा मुक्तक ©
आरम्भ हुआ आज से, गरबा नाच धमाल
गाओ नाचो साथ सब, है डांडिया कमाल
मौज मजा का पर्व है, मधुर है लोक गीत
हँसी ख़ुशी मस्ती करो, दिल में हो न मलाल |
२.
शारदीय नवरात्र है, पूजे सिंह सवार
अनुग्रह दुर्गा मातु का, बाँटो सबको प्यार
शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा, तिथि से प्रारम्भ है
नौ दिन का शुभ योग है, माँ कर दीदार |
© कालीपद ‘प्रसाद’