दोहा मुक्तक
अहंकार- दंभ, गर्व, अभिमान, दर्प, मद, घमंड, मान शब्द
दोहा मुक्तक…………
आन बान अरु शान पर, बना रहे अभिमान
अहंकार जिसने किया, उसका मर्दन मान
दंभ भर रहा पातकी, बेबुनियादी पाक
मद घमंड में चूर है, बचे न नाम निशान॥
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी