दोस्त
बदला है रूप जिन्दगी ने
दोस्तों ने चेहरे बदल लिये
चलते थे जो रोज साथ साथ
उन्होंने आज रस्ते बदल लिये ।
आंखों से पहचानते हैं वो
दिल मे बदली तस्वीर लिये
ऐसे थे वो दोस्त मेरे
जो चन्द दिनो मे बदल लिये ।
मिटा नही है वजूद मेरा
लोटूंगा हाथों मे मशाल लिये
जानूंगा हर इक दोस्त को
चेहरे पे नया नकाब लिये ।
तलाश रहा हूं दोस्त नये
आंखों मे पैनी नजर लिये
बढ़ा जा रहा हूं जिन्दगी मे आगे
अब अलग नया अन्दाज लिये ।।
राज विग