दोस्त
दोस्त बनता है जब दिल दिलों से मिलता है।
दोस्त ! दोस्त के हर एक पलों से मिलता है।
तुम्हारे साथ रहे और कभी दगा न करे,
ऐसा दोस्त अब बड़ी मुश्किलों से मिलता है।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
दोस्त बनता है जब दिल दिलों से मिलता है।
दोस्त ! दोस्त के हर एक पलों से मिलता है।
तुम्हारे साथ रहे और कभी दगा न करे,
ऐसा दोस्त अब बड़ी मुश्किलों से मिलता है।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी