दोस्त
जो खुद प्यारे उनको हम भी प्यारे हैं
कितने प्यारे प्यारे दोस्त हमारे हैं
इनसे ही रोशन है ये सारा जीवन
यही हमारे सूरज चाँद सितारे हैं
नहीं खून का रिश्ता बीच हमारे है
फिर भी देते हमको यही सहारे हैं
जुड़े हुए हम सबके यूँ आपस में दिल
वो हमको हम उनको बड़े दुलारे हैं
हमें हँसाया करते मीठी बातों से
पौंछा करते आँसू खारे खारे हैं
देते साथ ‘अर्चना’ ये ही पग-पग पर
इनके होते कभी न हिम्मत हारे हैं
15-12-2020
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद