Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Nisha Garg
18 Followers
Follow
Report this post
20 Apr 2020 · 1 min read
दोस्त
“दो अक्षर की “मौत” और तीन अक्षर के “जीवन”में,,
ढाई अक्षर का “दोस्त” बाज़ी मार जाता हैं..”
Language:
Hindi
Tag:
ग़ज़ल/गीतिका
Like
Share
1 Like
· 522 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
मेरा भारत महान --
Seema Garg
तू इतनी चुप जो हो गई है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
लम्हे पुराने
मनोज कर्ण
" तरकीब "
Dr. Kishan tandon kranti
“त्याग वही है, जो कर के भी दिखाया न जाए, यदि हम किसी के लिए
Ranjeet kumar patre
माँ
SHAMA PARVEEN
ये बता दे तू किधर जाएंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
लोकतंत्र में —
SURYA PRAKASH SHARMA
ज़माना साथ होगा
Surinder blackpen
हे भारत की नारी जागो
Dheerendra Panchal
शेर
*प्रणय*
जिंदगी कभी रुकती नहीं, वो तो
Befikr Lafz
मंजिल तक पहुँचाना प्रिये
Pratibha Pandey
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
दोहे एकादश ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
कहते हैं लगती नहीं,
sushil sarna
सच
Sanjeev Kumar mishra
3616.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
সেই আপেল
Otteri Selvakumar
मारी - मारी फिर रही ,अब तक थी बेकार (कुंडलिया)
Ravi Prakash
सम्मान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
लेखक होने का आदर्श यही होगा कि
Sonam Puneet Dubey
बाल कविता: जंगल का बाज़ार
Rajesh Kumar Arjun
दान किसे
Sanjay ' शून्य'
छाऊ मे सभी को खड़ा होना है
शेखर सिंह
कमियों पर
रेवा राम बांधे
कुदरत और भाग्य के रंग..... एक सच
Neeraj Agarwal
तुम्हारे लिए : हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
जै मातादी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मां लक्ष्मी कभी भी जुआरिओ के साथ नही बल्कि जोहरीओ के साथ रहत
Rj Anand Prajapati
Loading...