दोस्तो को रूठकर जाने ना दो…
संजोकर रखना बीते पलों को
वो लम्हें दोबारा आते नहीं।
पतझड़ में मुरझाने के बाद
बागो में फिर वो फूल लहराते नहीं।
दोस्तो को रूठकर जाने ना देना
उनकी याद में आंखो में आसूं थम जाते नहीं।
दोस्ती के धागे होते हैं कच्चे
इक बार टूटने पर जोड़े जाते नहीं।
पैगाम पढ़कर जो हंसते थे पहले
बाद में पैगामो से मुस्कुराते नही।
लाख कोशिश कर लो चाहे
फिर दिल में अपने वो बसाते नहीं।