दोस्ती
हर किसी को अपना बनाकर देखिये।
मुश्किलों में मुस्कुरा कर तो देखिये।
खुदा से जब भी दुआ मांगों तो सच्चे दिल से मांगना।
हाथ अपने दुआओं के लिए उठाकर तो देखिये।
नाम है इसका दुनिया जो बहुत धोखेबाज़ है ।
कभी किसी को अपना दिल दिखाकर तो देखिये।
मिल जाएंगी मंजिल तुझको भी ऐ मेरे दोस्त।
क़दमों को अपने ज़रा आगे बढ़ाकर देखिये।
धोखा अगर देता है कोई दोस्त आपका आपको।
तो एक बार, फूल, से हाथ मिलबाकर तो देखिये।।
Phool gufran