दोस्ती
दोस्ती ऐसे निभाऊंगा की,
ज़माने बाद भी याद करोगे.
जब भी सताएगा तुझे ग़म तो,
मुस्कुराकर “किशन” को याद करोगे.
शायर – किशन कारीगर
( नोट – ©कॉपीराईट अधिनियम के तहत)
दोस्ती ऐसे निभाऊंगा की,
ज़माने बाद भी याद करोगे.
जब भी सताएगा तुझे ग़म तो,
मुस्कुराकर “किशन” को याद करोगे.
शायर – किशन कारीगर
( नोट – ©कॉपीराईट अधिनियम के तहत)