Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2022 · 1 min read

” दोस्ती “

दोस्ती इतनी गहरी हो कि जज़्बात आँखों से झलकना चाहिए
ज़ाम कितना ही कड़वा हो गले से उतरते ही लहूँ मे मिलना चाहिए,
बात इतनी सच्ची हो कि सीधे कानो मे घुलना चाहिए,
और ज़ब दोस्त इतने काबिल हो जो हर प्रॉब्लम का हल निकाल ले, तो फिर दोस्ती किसको नहीं चाहिए…!!

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Like · 483 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
सुन लेते तुम मेरी सदाएं हम भी रो लेते
सुन लेते तुम मेरी सदाएं हम भी रो लेते
Rashmi Ranjan
हाँ, मेरा मकसद कुछ और है
हाँ, मेरा मकसद कुछ और है
gurudeenverma198
झुकता आसमां
झुकता आसमां
शेखर सिंह
अंतिम क्षण में अपना सर्वश्रेष्ठ दें।
अंतिम क्षण में अपना सर्वश्रेष्ठ दें।
Bimal Rajak
अहंकार
अहंकार
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
दलाल ही दलाल (हास्य कविता)
दलाल ही दलाल (हास्य कविता)
Dr. Kishan Karigar
सौन्दर्य के मक़बूल, इश्क़! तुम क्या जानो प्रिय ?
सौन्दर्य के मक़बूल, इश्क़! तुम क्या जानो प्रिय ?
Varun Singh Gautam
अंदाज़े शायरी
अंदाज़े शायरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
.
.
Ragini Kumari
कुछ हाथ भी ना आया
कुछ हाथ भी ना आया
Dalveer Singh
आप किसी का कर्ज चुका सकते है,
आप किसी का कर्ज चुका सकते है,
Aarti sirsat
साहिल समंदर के तट पर खड़ी हूँ,
साहिल समंदर के तट पर खड़ी हूँ,
Sahil Ahmad
सुनले पुकार मैया
सुनले पुकार मैया
Basant Bhagawan Roy
ऐसे खोया हूं तेरी अंजुमन में
ऐसे खोया हूं तेरी अंजुमन में
Amit Pandey
डर होता है
डर होता है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
संस्कार और अहंकार में बस इतना फर्क है कि एक झुक जाता है दूसर
संस्कार और अहंकार में बस इतना फर्क है कि एक झुक जाता है दूसर
Rj Anand Prajapati
मैं भी साथ चला करता था
मैं भी साथ चला करता था
VINOD CHAUHAN
श्री कृष्ण भजन 【आने से उसके आए बहार】
श्री कृष्ण भजन 【आने से उसके आए बहार】
Khaimsingh Saini
बेचारा जमीर ( रूह की मौत )
बेचारा जमीर ( रूह की मौत )
ओनिका सेतिया 'अनु '
मुझको कभी भी आज़मा कर देख लेना
मुझको कभी भी आज़मा कर देख लेना
Ram Krishan Rastogi
हिन्दी
हिन्दी
लक्ष्मी सिंह
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
मित्रता
मित्रता
Shashi kala vyas
जो गर्मी शीत वर्षा में भी सातों दिन कमाता था।
जो गर्मी शीत वर्षा में भी सातों दिन कमाता था।
सत्य कुमार प्रेमी
#पंचैती
#पंचैती
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
इशारा दोस्ती का
इशारा दोस्ती का
Sandeep Pande
#क़तआ_मुक्तक
#क़तआ_मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
अब हक़ीक़त
अब हक़ीक़त
Dr fauzia Naseem shad
कोई कैसे ही कह दे की आजा़द हूं मैं,
कोई कैसे ही कह दे की आजा़द हूं मैं,
manjula chauhan
Loading...