” दोस्ती “
दोस्ती इतनी गहरी हो कि जज़्बात आँखों से झलकना चाहिए
ज़ाम कितना ही कड़वा हो गले से उतरते ही लहूँ मे मिलना चाहिए,
बात इतनी सच्ची हो कि सीधे कानो मे घुलना चाहिए,
और ज़ब दोस्त इतने काबिल हो जो हर प्रॉब्लम का हल निकाल ले, तो फिर दोस्ती किसको नहीं चाहिए…!!